Peepal tree uses in hindi
हम बात करने वाले हैं Peepal tree uses in hindi के बारे में जैसा कि हम सब जानते हैं पीपल का पेड़ बहुत ही औषधीय गुणों से भरपूर होता है साथ ही यह हमें 24 घंटे तक ऑक्सिजन भी देता है तो आज हम जानने वाले हैं पीपल पेड़ से रोगों में लाभ | Benefits of peepal tree in Disease , पीपल पेड़ के अन्य गुण | Other benefits of peepal tree , पीपल पेड़ में धार्मिक आस्था | Religious faith in peepal tree , वैज्ञानिक दृष्टिकोण में पीपल के लाभ | Benefits of peepal in scientific approach के बारे में।
पीपल पेड़ से रोगों में लाभ | Benefits of peepal tree in Disease
दाँतो के रोग में लाभदायक – इसमें पीपल एवं बरगद के पेड़ की छाल को समान मात्रा में पानी में मिलाकर उबाला जाता है फिर इससे कुल्ला करने से हमारे दाँतों का दर्द दूर होता है एवं हमारे दाँत स्वस्थ रहते हैं।
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दमा रोग में लाभकारी – जैसा कि हम सब जानते हैं पीपल का वृक्ष अन्य वृक्षों की तुलना में अधिक मात्रा में ऑक्सीजन छोड़ता है और साथ ही पीपल का पेड़ वायुमंडल में उपस्थित धूल के कण और प्रदूषण फैलाने वाले कणों को शुद्ध बनाता है। इसके अलावा पीपल के पके हुए फल एवं इसकी छाल को समान मात्रा में लेकर चूर्ण बना लेते हैं फिर इसे आधा – आधा चम्मच दिन में 3 बार तक सेवन कर सकते हैं।
पेचिश रोग में लाभकारी – पीपल के पेड़ में बहुत से औषधीय गुण मौजूद होते हैं इसमें पेचिश से भी राहत मिलती है इसके लिए पीपल की नई एवं कोमल टहनियों एवं धनिया व मिश्री को बराबर भाग में मिलाकर चूर्ण बना लें फिर 3 से 4 ग्राम दिन में दो बार सेवन कर सकते हैं।
पीलिया रोग में पीपल लाभदायक – पीलिया रोग में भी पीपल का पेड़ अत्यंत लाभकारी होता है इसमें पीपल के हरे एवं नए 4-5 पत्तों को मिश्री के साथ मिलाकर 250 मिलीग्राम पानी में घोल लें फिर इसे छानकर रोगी को दिन में 2 से 3 बार पिलायें इसके 4 – 5 दिन तक उपयोग करने से ही इसके फायदे दिखने लगते हैं।
मधुमेह रोग में लाभकारी – मधुमेह रोग आजकल एक आम रोग की तरह हो गया है इसमें भी पीपल के वृक्ष की छाल का प्रयोग अत्यंत लाभकारी है इसमें पीपल की छाल का काढ़ा बना कर पिलाने से रोगी को आराम मिलता है।
मूत्र रोग में लाभकारी – पीपल का उपयोग कुछ मूत्र रोगों में भी फायदेमंद होता है इससे बार – बार पेशाब आना , रुक – रुक कर पेशाब आना जैसी समस्याओं में राहत मिलती है।
गले के रोगों में लाभकारी – इसमें पीपल की अंदर वाली छाल को गुलाब जल के साथ मिलकर लेप बना लें और गले में लगाने से लाभ मिलता है।
चर्म रोग में लाभकारी – पीपल के पत्ते चर्म रोग में खाने से खुजली एवं फोड़े फुंसी दूर होते हैं एवं त्वचा में होने वाले चर्म रोग से राहत दिलाते हैं इसमें प्रतिदिन प्रतिदिन एक से दो पत्ते जोकि हरे , नए एवं मुलायम हो उनका सेवन किया जाता है इससे कुछ ही दिनों में हमें चर्म रोगों में राहत देखने को मिलती है।
खाज – खुजली में लाभकारी – पीपल के पेड़ में फोड़े फुंसियों जैसे रोगों को भी दूर करने के गुण पाए जाते हैं इसमें पीपल की छाल को पानी में भिगोकर घिसने पर जो लेप निकलता है उसे फोड़े फुंसियों पर लगाकर पट्टी बाँधने से खाज खुजली में राहत मिलती है इसके साथ–साथ पीपल के पत्तों को गीले आटे में मिलाकर पीसकर लेप बना लें और उसे भी फोड़े फुंसियों में लगाने से जल्द ही राहत मिलती है।
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पीपल पेड़ के अन्य गुण | Other benefits of peepal tree
भूख बढ़ाने के लिए – पीपल के पके हुए फलों के सेवन से हमारे अंदर शरीर में जो भी विकार होते हैं जिनसे हमें भूख नहीं लगती तो पीपल के पके हुए फल खाने पर भी वे विकार दूर होते हैं और हमारी भूख बढ़ती है।
बार–बार प्यास लगने की समस्या में फायदेमंद – कभी–कभी हमें ऐसी बीमारी भी हो जाती हैं जिनमें हमें जिनमें हमें बार–बार एवं अधिक मात्रा में प्यास लगती है तब ऐसे में पीपल की छाल को जलाकर कोयला बनाते हैं एवं उस कोयले को ठंडा करके पानी में मिला लेते हैं एवं फिर उस पानी को रोगी को पिलाते हैं जिससे कि उसे उल्टी एवं हिचकी और बार–बार प्यास लगने जैसी नहीं होती हैं।
पेट दर्द में भी फायदेमंद है – पीपल के पत्ते अत्यधिक फायदेमंद होते हैं यह अनेक रोगों में उपचार के रूप में उपयोग किए जाते हैं इसके अंतर्गत हमें पेट दर्द में भी पीपल के पत्ते के सेवन से लाभ मिलता है इसमें नियमित रूप से हमें पीपल के पत्तों को खाना चाहिए।
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पीपल पेड़ में धार्मिक आस्था | Religious faith in peepal tree
हमारे यहां भारत में पीपल के वृक्ष को देवों का वृक्ष माना जाता है इससे हमारी आस्था जुडी होती है स्कंद पुराण में पीपल के पेड़ के बारे में लिखा है कि अश्वत्थ ( पीपल ) विष्णु भगवान का जीता जागता स्वरूप है अतः भगवान श्री कृष्ण जी ने पीपल के वृक्ष को अपनी उपमा देकर पीपल के देवत्व और दिव्यत्व का वर्णन किया है।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण में पीपल के लाभ | Benefits of peepal in scientific approach
हवा को शुद्ध करने में सहायक – पीपल का पेड़ वायुमंडल में उपस्थित प्रदूषित कणों को शुद्ध बनाकर हवा में शुद्ध करण छोड़ते हैं जो कि प्रदूषण से रहित होते हैं अतः पीपल का पेड़ हमें शुद्ध हवा भी देता है पीपल में अनेक औषधीय गुण होते हैं इसके साथ–साथ यह हवा को शुद्ध करने का काम भी करता है साथ ही अधिक मात्रा में ऑक्सीजन छोड़ता है।
पीपल के पेड़ के बारे में ऐसा कहा जाता है कि रात के समय में पीपल के पेड़ के नीचे नहीं सोना चाहिए कुछ लोगों का मानना है कि पीपल के पेड़ में भूत प्रेत रहते हैं जोकि हमें रात के समय में नुकसान पहुंचाते हैं जबकि ऐसा नहीं है पीपल का पेड़ अत्यधिक मात्रा में ऑक्सीजन छोड़ते हैं अतः रात के समय में अधिक मात्रा में CO2 छोड़ने के कारण उसके आसपास मौजूद रहने वाले व्यक्ति को ऑक्सीजन नहीं मिल पाती है एवं उसे घुटन सी महसूस होने लगती है।
अधिक मात्रा में ऑक्सीजन का उत्सर्जन – पीपल ही एकमात्र पेड़ है जो 22 से 24 घंटे ऑक्सिजन देता है। एवं वायु को शुद्ध करने का काम करता है।
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Conclusion –
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